
मौत के बाद शिक्षक को आवंटित हुआ विद्यालय, जनपद में बना चर्चा का विषय, समूचा शिक्षक परिवार गमगीन
-बहाली आदेश में अंकित वर्ष में किया गया लीपापोती, बयां कर रहा बीएसए कार्यालय की हकीकत
-जनपद के बेसिक शिक्षा का महकमा नही सिद्ध कर पया शिक्षक का कोई दोष
-खण्ड शिक्षा अधिकारी कप्तानगंज प्रभात कुमार श्रीवास्तव पहले से ही डुबो रहे हैं विभाग की नैया
बस्ती संवाददाता – मौत के बाद शिक्षक को विद्यालय आवन्टित होने के लेकर जनपद में चर्चाओं का बाजार गर्म है। बेसिक शिक्षा का समूचा जनपदीय महकमा लाख कोशिश करने के बाद भी अरोपी शिक्षक का कोई आरोप नही सिद्ध कर पाया फिर भी शिक्षक को कई महीनो तक निलम्बित कर प्रताड़ित करता रहा और अन्त में शिक्षक की मौत के बाद शिक्षक को विद्यालय आवंटित कर उसके दिवंगत आत्मा से खिलवाड़ व भद्दा मजाक करने मे बेसिक शिक्षा विभाग ने कोई कोर कसर नही छोड़ा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्वर्गीय अखिलेश कुमार मिश्र विकास खण्ड कप्तानगंज के अन्तर्गत स्थित प्रथामिक विद्यालय कल्याणपुर में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात थे जिन्हें बेसिक शिक्षा अधिकारी बस्ती और उनके वसूली कार्यकर्ताओं ने मिलकर साज़िशन कपोलकल्पित आरोप लगाकर विगत 22 नवम्बर 2024 को निलम्बित कर दिया था तभी से श्री मिश्र अस्वस्थ चल रहे थे जिनका इलाज लखनऊ में चल रहा था वहीं पर आज दिनांक 03 अप्रैल 2025 को स्वर्गवास हो गया। प्रकरण में जांच अधिकारी नामित कर जांच करायी गयी परन्तु आरोपी शिक्षक के विरुद्ध कोई भी आरोप पुष्टित नही हो पाया जिसके कारण बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित उनका निलंबन आदेश खुद सवालो के घेरे में है। प्रश्नगत प्रकरण को लेकर लोग यहाँ तक कहने से नही चूक रहे है कि जब प्रकरण में नामित जांच अधिकारी / खण्ड शिक्षा अधिकारी को जांच मे शिक्षक दोषी नही पाया गया तो आखिर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने किन अरोपो के चलते दिवंगत शिक्षक को नम्बर 2024 से मार्च 2025 तक निलंबित रखा और शिक्षक के मौत की खबर जब पूरे जनपद में आग की तरह फैलने लगी तो अपने भ्रष्टाचार व कारनामों को छिपाने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी व लुटेरे कार्यकर्ताओं द्वारा समय पूर्व बहाली आदेश जारी करते हुए आनन-फानन में मौत के बाद विद्यालय आवंटन आदेश भी जारी कर दिया गया जिसको लेकर पूरे जनपद में बेसिक शिक्षा अधिकारी के कारनामों की किरकिरी मची हुई है ।
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